PKVY Yojana: किसानों को मिलेगा ₹31,500 प्रति हेक्टेयर – जानिए कौन-कौन होगा फायदा

आज जब हम ज़मीन पे मेहनत कर रहे हैं, तो पता होना चाहिए कि सरकार भी हमारी मदद कर रही है। इसी कड़ी में एक बहुत काम का योजना है—PKVY Yojana—जो किसानों को ₹31,500 प्रति हेक्टेयर तक मदद देती है। पर कौन-कौन इस फायदा का हिस्सा बन सकता है, कैसे मिलेगा, क्या-क्या शर्तें हैं, और पूरा हाल क्या है, ये सब हम नीचे विस्तार से बताएँगे। थोड़ा-बहुत टाइपो या टोन ऐसा लगे कि हम सामने बैठे किसी किसान भाई से बातें कर रहे, वो ही स्टाइल रखने की कोशिश की है – ताकि असली लगे, और पढ़ने वाले को लगे कि कोई मित्र लिख रहा है।

Subsidy Scheme Organic Farming: PKVY से मिलेगी 31,500 रुपये प्रति हेक्टेयर की मदद, और मुफ्त प्रशिक्षण

PKVY Yojana क्या है और इसका मकसद

Paramparagat Krishi Vikas Yojana (PKVY), प्रधानमंत्री की PM-RKVY योजना का हिस्सा है, जिसका मकसद है जैविक खेती (organic farming) को बढ़ावा देना। इसमें क्लस्टर-बेस्ड एप्रोच अपनाई जाती है – यानी किसान मिलके, छोटे-छोटे समूह बना के इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। ये सिर्फ खेती तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रोडक्शन, प्रोसेसिंग, सर्टिफिकेशन, मार्केटिंग तक का सपोर्ट देता है ।

कवच के रूप में ₹31,500 है कैसे विभाजित?

जब आप सोच रहे होंगे, ₹31,500 का पूरा पैसा सीधे मिलेगा क्या? नहीं, ऐसा नहीं है – जैसा दिखता है। ये राशि तीन सालों में कुल ₹31,500 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से दी जाती है, और इसको कई हिस्सों में बांटा गया है:

  • ₹15,000/ha (3 साल के लिए) – सीधे किसानों को DBT (Direct Benefit Transfer) के ज़रिए मिलते हैं, ये ऑन-फार्म और ऑफ-फार्म ऑर्गेनिक इनपुट्स के लिए होते हैं

  • ₹4,500/ha (3 साल के लिए) – मार्केटिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग, वैल्यू एडिशन आदि के लिए

  • ₹3,000/ha (3 साल के लिए) – सर्टिफिकेशन और रेसिड्यू एनालिसिस के लिए

  • ₹9,000/ha (3 साल के लिए) – ट्रेनिंग और क्षमता विकास (capacity building) के लिए होल्ड किया गया है ।

यानी अगर तीन साल में कुल मिला कर देखें, तो एक हेक्टेयर पर आप पाते हैं ₹31,500 का मदद।

फायदा कौन-कौन करेगा?

किसानों के लिए जबरदस्त मौका! अब हर हेक्टेयर पर मिलेंगे ₹31,500 PKVY Yojana

इस योजना में छोटे और सीमांत किसान (small and marginal farmers) को प्राथमिकता दी जाती है, ताकि वो भी क्लस्टर में शामिल होकर जैविक खेती का लाभ ले सकें

आंकड़ों से पता चलता है कि (जैसा 18 मार्च 2025 को लोकसभा में जानकारी दी गई), देशभर में 14.99 लाख हेक्टेयर क्षेत्र आर्गेनिक खेती के अंतर्गत आ चुका है, और 52,289 क्लस्टर बनाए गए, जिनमें 25.30 लाख किसान शामिल हुए हैं ।

राजस्थान में ही 1.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है और 2.17 लाख किसान इससे लाभान्वित हुए हैं ।

आज तक का प्रोग्रेस और डेटा

  • कुल क्लस्टर: 52,289

  • कुल क्षेत्र: लगभग 14.99 लाख हेक्टेयर

  • कुल किसानों की संख्या: 25.30 लाख

  • राजस्थान: 1.49 लाख हेक्टेयर और 2.17 लाख किसान ऊपर बताया।
    ये आंकड़े 2024 के अंत तक (31 दिसंबर 2024) या 6 दिसंबर 2024 जैसे तारीखों पर आधारित हैं ।

Disclaimer

यह जानकारी सरकारी स्रोतों (जैसे PIB, कृषि मंत्रालय के उत्तर) पर आधारित है और केवल जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। कृपया योजना के लिए आवेदन या प्रक्रिया संबंधी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग से संपर्क करें।

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