Palanhar Yojana: बच्चों की पढ़ाई और खर्च के लिए सरकार देगी ₹2500 महीना

जब मैंने सुना कि Palanhar Yojana में सभी बच्चों को हर महीने ₹2500 मिलेंगे, तो थोड़ी हैरानी हुई पर हाँ, जानकारी देखने के बाद लगा कि ये सरकारी योजना सच-सच में है, लेकिन कुछ बातें ध्यान रखनी ज़रूरी हैं। इस ब्लॉग में मैं ये सब विस्तार से बताने वाला हूँ, थोड़ा conversational-गाया-सा अंदाज़ में, जैसे कोई सामने बैठकर पढ़ रहा हो और बातें करिए जैसे हो रही होती। टाइपो थोड़े-बहुत होंगे, पर विश्वास कीजिए, जानकारी सही है।

Palanhar Yojana: बेसहारा बच्चों के लिए वरदान बनी भजनलाल सरकार की योजना! 2500 रुपये की आर्थिक मदद पाकर सशक्त हो रहे बच्चे - rajasthanone

योजना क्या है और कौन-कौन फायदा उठा सकता है?

Palanhar Scheme (जिसे अक्सर Palanhar Yojana कहा जाता है) राजस्थान सरकार की एक पहल है, जिसके ज़रिए अनाथ, असहाय या विशेष परिस्थितियों वाले बच्चों को परिवार की प्राथमिक देखभाल में रखा जाता है। इस स्कीम का मकसद ये है कि बच्चे संस्थानों में न रहे, बल्कि अपनी रिश्तेदार या पारिवारिक परिचित के यहाँ सुरक्षित माहौल में बड़े हों। इस काम में पाले वालों (guardians) को मासिक आर्थिक सहायता दी जाती है ।

विशेष रूप से अनाथ श्रेणी (orphans) के बच्चों को 0–6 साल तक ₹1,500 प्रति माह मिलता है, और 6–18 साल तक ₹2,500 प्रति माह मिलता है । इसके अलावा सालाना ₹2,000 का अतिरिक्त खर्च पुस्तकों, कपड़ों आदि के लिए दिया जाता है ।

लाभार्थी वर्ग और पात्रता

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इस स्कीम का लाभ मुख्यतः निम्न-लिखित कैटेगरीज के बच्चों को मिलता है:

  • अनाथ बच्चे (orphans)

  • विधवा माँ के बच्चे (विशेषकर अगर माँ पुनः विवाह कर चुकी हो)

  • HIV या कुष्ठ रोग से ग्रसित माता-पिता के बच्चे

  • जेल में सजा पाए माता-पिता के बच्चे

  • अन्य असहाय या वंचित श्रेणियों में आने वाले बच्चे ।

इसके अलावा सरकारी जानकारी के अनुसार, वार्षिक पारिवारिक आय आम तौर पर ₹1.20 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए, और पालने वाले को राजस्थान का निवासी या पिछले कुछ वर्षों से यहाँ रह रहा होना चाहिए ।

वित्तीय सहायता का विवरण (₹2,500/महीना)

अब बात करते हैं कि आखिर क्यों यह “हर महीने ₹2,500 मिलेगा” कहा जा रहा है। सच ये है कि यह राशि केवल 6–18 वर्ष की ‘अनाथ’ श्रेणी के बच्चों को दी जाती है। यानी अगर किसी को ये बताया गया कि “सभी बच्चों को महीने में ₹2,500 मिलेगा”, तो यह थोड़ा सामान्यीकरण है—असल में यह खास श्रेणी के बच्चों को ही लागू होता है।

स्कीम के तहत अनाथ 6–18 वर्ष आयु समूह को मासिक ₹2,500 मिलते हैं, साथ ही साल में ₹2,000 अतिरिक्त शैक्षणिक व अनावश्यक (कपड़े, किताबें) खर्च के लिए दिया जाता है ।

आवेदन की प्रक्रिया, सचमुच आसान है?

आधिकारिक सरकारी वेबसाइट (sje.rajasthan.gov.in) पर इस योजना का विवरण, गाइडलाइन और आवेदन प्रक्रिया उपलब्ध है । टेस्टबुक जैसे स्रोत पर बताया गया है कि आवेदन के लिए Aadhaar, Jan-Aadhaar/Bhamashah, शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज जरुरी हैं ।

संक्षेप में: आवेदन ऑनलाइन e-Mitra या SJMS पोर्टल पर किया जा सकता है, योग्य दस्तावेज़ों के साथ। फॉर्म भरते समय सरकारी गाइडलाइंस और अहम् शर्तें ध्यान से पढ़नी चाहिए — जैसे स्कूल में पढ़ाई करना आदि ।

प्रभाव और आंकड़े

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान सरकार जून–जुलाई 2023 में लगभग ₹147 करोड़ लगभग छह लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में भेज चुकी थी । यानी यह स्कीम परिदृश्य में व्यापक रूप से लागू हो चुकी है।

इसके अलावा दिसंबर 2024 में मुख्यमंत्री ने बताया कि इस स्कीम में ₹750 से ₹2,500 तक की मासिक मदद दी जाती है, और पिछले वर्ष में 32,000 नए लाभार्थी जोड़े गए थे ।

इससे स्पष्ट होता है कि यह केवल एक छोटी-सी पहल नहीं, बल्कि लाखों बच्चों की मदद कर रही एक व्यापक कार्यक्रम है।

Disclaimer

इस ब्लॉग में दी गई जानकारी राजस्थान सरकार की Palanhar Yojana (Palanhar Scheme) से संबंधित आधिकारिक स्रोतों जैसे सरकारी वेबसाइट (sje.rajasthan.gov.in), समाचार पत्र (Times of India) और UPSC तैयारी सामग्री (Testbook) से एकत्रित और संकलित की गई है। यह जानकारी केवल जागरूकता और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है, और किसी भी सरकारी निर्णय या आवेदन से पहले कृपया संबंधित सरकारी पोर्टल या अधिकृत स्रोतों से सत्यापन अवश्य करें।

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