Ladki Bahin Yojna महाराष्ट्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा और आत्मनिर्भरता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाती है। शुरुआत से ही लाखों बहनों को इसका लाभ मिला है, लेकिन हाल ही में सरकार ने इस योजना में कुछ अहम बदलावों की घोषणा की है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि योजना में जगह-जगह पर bogus entries और बोगसगिरी सामने आई है, यानी कुछ लोग गलत दस्तावेज़ लगाकर या फर्जी जानकारी देकर योजना का लाभ उठा रहे थे।

लाडकी बहीण योजना का मूल उद्देश्य
इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य था कि राज्य की बहनों को हर महीने आर्थिक आधार मिले ताकि वे अपने रोज़मर्रा के खर्च पूरे कर सकें और परिवार की जिम्मेदारियों को मजबूती से निभा सकें। सरकार चाहती थी कि गरीब, विधवा, परित्यक्ता और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सीधा फायदा मिले। योजना का विज़न यह था कि महिलाएं आत्मनिर्भर बने और समाज में उनका सम्मान और मजबूत हो।
बोगसगिरी की असली तस्वीर
हालांकि योजना का लाभ लेने के लिए स्पष्ट नियम बनाए गए थे, लेकिन जाँच में पाया गया कि कई लोग गलत कागज़ात के सहारे योजना में घुसपैठ कर रहे थे। कुछ मामलों में एक ही व्यक्ति का नाम कई जगह दर्ज किया गया था, वहीं कहीं मृत व्यक्तियों के नाम से भी लाभ लिया जा रहा था। इसके अलावा अपात्र महिलाएं, जो सरकारी नियमों के दायरे में नहीं आती थीं, वे भी पैसे प्राप्त कर रही थीं। इस बोगसगिरी ने सरकार को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुँचाया और वास्तविक लाभार्थी बहनों का हक छीना।
सरकार की नई कार्रवाई
अब सरकार ने इस पर बड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। नई प्रक्रिया के तहत सभी लाभार्थियों की document verification दोबारा की जाएगी। आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक खाते की जानकारी का मिलान किया जाएगा ताकि केवल सही बहनों तक ही राशि पहुँचे। जिनका डेटा मेल नहीं खाएगा या जिनकी एंट्री फर्जी पाई जाएगी, उनका नाम तुरंत योजना से हटाया जाएगा।
Disclaimer: यह जानकारी सरकारी वेबसाइटों, समाचार रिपोर्ट्स और इंटरनेट स्रोतों से संकलित की गई है। इसका उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है।