उत्तर प्रदेश आज देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है और इसकी प्रगति का असर पूरे भारत की अर्थव्यवस्था पर सीधा पड़ता है। हाल ही में Niti Aayog UP Latest रिपोर्ट और समीक्षा बैठक में यह साफ हुआ है कि राज्य ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। चाहे बात आर्थिक सुधारों की हो, स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की हो, या शिक्षा और उद्योग को आगे बढ़ाने की, यूपी ने योजनाबद्ध तरीके से लगातार काम किया है।
नीति आयोग (Niti Aayog) की रिपोर्ट यह दर्शाती है कि विकास केवल कागजों पर नहीं, बल्कि जमीन पर दिखाई दे रहा है। लेकिन इसके साथ ही यह भी साफ है कि राज्य के सामने अब भी कई चुनौतियाँ मौजूद हैं जिन्हें हल करना जरूरी है।
Niti Aayog की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश की स्थिति
Niti Aayog की ताजा समीक्षा के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने बीते वर्षों में बुनियादी ढांचे, औद्योगिक निवेश और कृषि क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है। Ease of Doing Business में सुधार के कारण यूपी अब निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है।
साथ ही, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। नीति आयोग ने हाल ही में “Sustainable Development Goals (SDG) India Index” में यह दर्शाया कि उत्तर प्रदेश ने गरीबी उन्मूलन और स्वच्छता अभियान में तेजी से काम किया है। हालांकि, कुछ सामाजिक संकेतकों में राज्य को और मेहनत करने की आवश्यकता है।
उद्योग और निवेश में तेजी
Niti Aayog UP Latest रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार की नीतियों का सबसे बड़ा असर उद्योग और निवेश के क्षेत्र में दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में लाखों करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया है। यह निवेश न केवल बड़े शहरों तक सीमित है बल्कि छोटे शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच रहा है।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र अब इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी और मोबाइल निर्माण कंपनियों के हब बन चुके हैं। रक्षा उद्योग गलियारा (Defence Corridor) और औद्योगिक कॉरिडोर जैसी योजनाएं भी निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
कृषि और ग्रामीण विकास की तस्वीर
उत्तर प्रदेश मुख्य रूप से कृषि प्रधान राज्य है। नीति आयोग ने यह माना है कि यहां के किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना और सिंचाई परियोजनाओं ने किसानों की स्थिति में सुधार किया है।
Niti Aayog UP Latest रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ग्रामीण विकास की गति को तेज करने के लिए सड़क, बिजली और पानी की उपलब्धता में लगातार सुधार किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब निवेश और उद्योग लगाने के प्रयास भी बढ़ाए जा रहे हैं ताकि लोगों को रोजगार अपने ही क्षेत्र में मिल सके।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
नीति आयोग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर खास तौर पर उल्लेख किया गया है। कोविड-19 महामारी के बाद से उत्तर प्रदेश ने स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया है। नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, जिला अस्पतालों में बेड और उपकरण बढ़ाए गए हैं और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर जैसे संकेतकों को बेहतर बनाने की दिशा में और तेज गति से काम करने की जरूरत है।
शिक्षा और कौशल विकास
Niti Aayog UP Latest समीक्षा में यह सामने आया कि शिक्षा क्षेत्र में राज्य ने नए स्कूलों और कॉलेजों की स्थापना की है। डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म शुरू किए गए हैं। साथ ही, कौशल विकास मिशन के तहत लाखों युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया गया है।
लेकिन रिपोर्ट यह भी बताती है कि उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात और शिक्षण की गुणवत्ता को और सुधारने की जरूरत है। सरकार इस दिशा में नए विश्वविद्यालय और अनुसंधान केंद्र खोलने की योजना बना रही है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी
उत्तर प्रदेश की पहचान अब बड़े-बड़े एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट प्रोजेक्ट्स से भी बनने लगी है। नीति आयोग ने इसे राज्य की विकास दर को आगे बढ़ाने वाला प्रमुख कारण माना है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे ने न केवल आंतरिक कनेक्टिविटी बढ़ाई है बल्कि व्यापार और निवेश को भी गति दी है।
साथ ही, जेवर एयरपोर्ट यानी Noida International Airport आने वाले समय में प्रदेश को वैश्विक कनेक्टिविटी से जोड़ देगा। यह परियोजना सीधे लाखों रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
Disclaimer:
यह जानकारी सरकारी वेबसाइट, समाचार पोर्टल और इंटरनेट स्रोतों से संकलित की गई है। इसका उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है।