INI CET क्या है और क्यों महत्वपूर्ण है
भारत में मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए हर साल कई तरह की प्रवेश परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं। उन्हीं में से एक सबसे अहम परीक्षा है INI CET। इसका पूरा नाम है Institute of National Importance Combined Entrance Test। यह परीक्षा विशेष रूप से पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स जैसे MD, MS, M.Ch., DM और MDS में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। इसे एम्स (AIIMS – All India Institute of Medical Sciences) द्वारा कंडक्ट किया जाता है और देश के टॉप मेडिकल संस्थानों जैसे AIIMS, JIPMER, PGIMER चंडीगढ़ और NIMHANS बेंगलुरु में दाखिला इसी के आधार पर होता है।
इस परीक्षा की खासियत यह है कि अगर कोई छात्र भारत के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थानों में प्रवेश लेना चाहता है, तो उसे INI CET पास करना अनिवार्य है। पहले इन संस्थानों की अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएँ होती थीं, लेकिन अब एक ही कॉमन एंट्रेंस टेस्ट यानी ini cet से सभी संस्थानों में दाखिला होता है।

INI CET 2025 की पात्रता
INI CET में बैठने के लिए छात्र के पास MBBS या BDS की डिग्री होना जरूरी है। यह डिग्री किसी मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेज से होनी चाहिए और इंटर्नशिप भी पूरी होनी चाहिए। सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को कम से कम 55 प्रतिशत अंक और आरक्षित श्रेणी (SC, ST, OBC) के उम्मीदवारों को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होना जरूरी है। इसके साथ ही मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) या डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (DCI) में पंजीकरण होना भी आवश्यक है।
INI CET 2025 का आवेदन प्रक्रिया
INI CET का फॉर्म पूरी तरह ऑनलाइन भरना होता है। इसके लिए एम्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ini cet registration करना होता है। सबसे पहले बेसिक रजिस्ट्रेशन किया जाता है जिसमें नाम, जन्मतिथि, ईमेल और मोबाइल नंबर जैसी जानकारियाँ भरनी होती हैं। इसके बाद अपलोड डॉक्यूमेंट और फोटो की प्रक्रिया होती है। जब ये पूरा हो जाता है तो फाइनल रजिस्ट्रेशन में फीस जमा करनी होती है। फीस ऑनलाइन मोड से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के जरिए भरी जा सकती है। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद छात्रों को ini cet admit card जारी किया जाता है, जिसमें परीक्षा तिथि, समय और केंद्र की जानकारी होती है।
INI CET परीक्षा का पैटर्न
INI CET कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है। इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं। परीक्षा की अवधि तीन घंटे की होती है और इसमें 200 प्रश्न शामिल होते हैं। हर सही उत्तर पर अंक मिलते हैं और गलत उत्तर पर नेगेटिव मार्किंग भी होती है।
सिलेबस मुख्य रूप से MBBS और BDS की पढ़ाई पर आधारित होता है। एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी और क्लिनिकल सब्जेक्ट से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए छात्रों को अपनी बेसिक पढ़ाई पर ही ज्यादा ध्यान देना पड़ता है।
INI CET 2025 का महत्व
इस परीक्षा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों के लिए एक कॉमन गेटवे है। पहले AIIMS, JIPMER और PGIMER जैसी संस्थाएँ अलग-अलग एग्जाम कराती थीं, लेकिन अब ini cet के जरिए छात्रों को एक ही परीक्षा से मौका मिलता है। इससे समय की बचत होती है और छात्रों पर परीक्षा का दबाव भी कम हो गया है।
INI CET पास करने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया होती है, जिसमें छात्रों को उनकी रैंक और पसंद के आधार पर कॉलेज और कोर्स अलॉट किया जाता है। यह प्रक्रिया भी ऑनलाइन होती है और सीट अलॉटमेंट का पूरा सिस्टम पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
तैयारी कैसे करें INI CET की
INI CET को crack करना आसान नहीं है क्योंकि इसमें देशभर के हजारों छात्र बैठते हैं और प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा होती है। तैयारी के लिए जरूरी है कि छात्र अपनी बेसिक MBBS किताबों को बार-बार पढ़ें और क्लिनिकल सब्जेक्ट्स पर ज्यादा ध्यान दें। इसके अलावा पिछले साल के ini cet question papers को हल करना बहुत मददगार होता है। ऑनलाइन mock test देना और टाइम मैनेजमेंट सीखना भी सफलता के लिए बेहद जरूरी है।
INI CET 2025 की महत्वपूर्ण तिथियाँ
आमतौर पर ini cet साल में दो बार आयोजित किया जाता है – जनवरी और जुलाई सत्र के लिए। परीक्षा की नोटिफिकेशन एम्स की वेबसाइट पर जारी होती है और उसी में रजिस्ट्रेशन, एडमिट कार्ड और परीक्षा की तारीखें बताई जाती हैं। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से एम्स की वेबसाइट पर विजिट करते रहें ताकि किसी अपडेट से चूक न जाएं।
Disclaimer: इस ब्लॉग में दी गई जानकारी सरकारी वेबसाइटों, समाचारों और इंटरनेट स्रोतों से एकत्रित की गई है। यह केवल जागरूकता और जानकारी के उद्देश्य से है।