IMD Red Alert: अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी – इन राज्यों में अलर्ट, पूरी जानकारी पढ़ें

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। खासकर पूर्वी भारत (ओडिशा, झारखंड), पश्चिमी तट (महाराष्ट्र, गुजरात), उत्तर भारत (दिल्ली-NCR, हरियाणा) और कुछ दक्षिणी हिस्सों में अगले 48 घंटे बेहद संवेदनशील रहने वाले हैं। IMD ने कुछ जिलों में रेड अलर्ट और कुछ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

IMD Red Alert कहां-कहां जारी हुआ ?

IMD के अनुसार, जिन राज्यों में रेड अलर्ट जारी हुआ है, उनमें शामिल हैं:
  • ओडिशा: मयूरभंज, क्योंझर, बालासोर जिलों में बहुत भारी वर्षा की संभावना।
  • झारखंड: पूरे राज्य में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है, पिछले 24 घंटे में औसतन 48.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
  • महाराष्ट्र: मुंबई, ठाणे, रायगढ़ में भारी वर्षा की संभावना, निचले इलाकों में जलजमाव की आशंका।
  • गुजरात: दक्षिणी जिलों में बारिश के कारण बिजली गिरने और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
  • दिल्ली-NCR और उत्तर प्रदेश: शनिवार-सोमवार के बीच गरज-चमक के साथ भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।

क्या है रेड अलर्ट का मतलब?

  • IMD का रेड अलर्ट यानी “Act – अभी कुछ करें” की चेतावनी होती है। इसका मतलब है कि:
  • क्षेत्र में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है।
  • बाढ़, भूस्खलन, सड़कों पर जलभराव, बिजली गिरना और यातायात ठप जैसे हालात बन सकते हैं।
  • नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए घरों में रहने, सफर टालने, और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।

क्या करें और क्या न करें?

करें:
  1. घर की छतें और नालियां साफ रखें।
  2. मोबाइल, टॉर्च, बैटरी, जरूरी दवाइयां, खाने-पीने का सामान तैयार रखें।
  3. मौसम से जुड़ी सरकारी सूचनाओं (TV, रेडियो, ट्विटर) पर नजर रखें।
  4. जरूरत हो तो तुरंत 108 या स्थानीय आपदा कंट्रोल रूम से संपर्क करें।
 ना करें:
  1. नदी, नाले, डैम या ज्यादा पानी वाले क्षेत्रों में ना जाएं।
  2. गाड़ी चलाते समय जलभराव में प्रवेश न करें – इंजन बंद हो सकता है।
  3. बच्चों को अकेले बाहर खेलने न जाने दें।
  4. अफवाहों पर भरोसा न करें, सिर्फ सरकारी जानकारी पर भरोसा करें।

स्कूल-कॉलेज पर क्या असर पड़ेगा?

कई राज्यों में स्थानीय प्रशासन ने स्कूल और कॉलेजों को अस्थायी रूप से बंद रखने का निर्णय लिया है। ओडिशा, मुंबई और झारखंड के कुछ जिलों में छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए छुट्टियाँ घोषित की गई हैं।

थोड़ी राहत की खबर

जहां एक तरफ भारी बारिश से चुनौती है, वहीं किसानों के लिए ये बारिश खरीफ फसल की बुआई के लिए वरदान साबित हो सकती है। झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में धान की खेती का समय चल रहा है, ऐसे में मानसून का सक्रिय होना खेती के लिहाज़ से अच्छा माना जा रहा है।

मौसम की यह चेतावनी हल्के में लेने की नहीं है। चाहे आप शहर में हों या गांव में, अगर आप प्रभावित ज़ोन में रहते हैं तो सतर्क रहिए, सुरक्षा के उपाय कीजिए और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।

 

यह सिर्फ एक बारिश नहीं, प्राकृतिक आपदा का संकेत है – समझदारी और सूझबूझ से ही हम खुद को और अपनों को सुरक्षित रख सकते हैं।

डिस्क्लेमर:

यह लेख भारत मौसम विभाग (IMD) और प्रमुख समाचार स्रोतों पर आधारित है। मौसम से जुड़ी जानकारी लगातार बदलती रहती है, इसलिए कृपया अपने क्षेत्र की ताज़ा जानकारी के लिए https://mausam.imd.gov.in या संबंधित राज्य की मौसम सेवा से अपडेट लेते रहें। हम किसी प्रकार की आपदा में सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं हैं, यह लेख केवल जानकारी साझा करने के उद्देश्य से लिखा गया है।

 

 

 

 

 

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