देश में पारंपरिक कारीगरों, दस्तकारों और छोटे स्तर पर काम करने वाले विश्वकर्मा समुदाय के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए PM Vishwakarma Yojana एक महत्वपूर्ण योजना है. वर्ष 2025 में इस योजना से जुड़े नए अपडेट सामने आए हैं, जिनमें बताया गया है कि नए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गई है. इससे लाखों विश्वकर्मा श्रमिकों को सीधा फायदा मिलने वाला है. यह योजना उन लोगों के लिए है जो पीढ़ियों से अपने पारंपरिक कार्यों को निभाते आ रहे हैं, लेकिन आधुनिक समय में संसाधनों और प्रशिक्षण की कमी के कारण पीछे छूट गए थे.
इस ब्लॉग में हम विस्तार से बात करेंगे कि PM Vishwakarma Yojana 2025 क्या है, इसमें किस तरह रजिस्ट्रेशन किया जाता है, क्या-क्या लाभ मिलते हैं और किन कारीगरों को इसका फायदा मिलेगा.
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 क्या है
PM Vishwakarma Yojana भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष योजना है जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों के हुनर को प्रोत्साहित करना है. इसमें वे सभी लोग शामिल होते हैं जो अपने हाथों से काम करते हैं जैसे बढ़ई, लोहार, सोने-चांदी के कारीगर, राजमिस्त्री, नाई, मोची, हथकरघा बुनकर, माली, खिलौना बनाने वाले, मूर्तिकार, ढोल-नगाड़ा बनाने वाले और ऐसे अनेक skilled workers.
सरकार का मानना है कि देश की आर्थिक और सांस्कृतिक ताकत सिर्फ उद्योग और टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं है. छोटे स्तर पर काम करने वाले कारीगर भी अर्थव्यवस्था की मज़बूत नींव हैं. इस योजना के तहत उन्हें skill training, modern tool kit, digital support और financial assistance दिया जाता है, जिससे वे अपने काम को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकें.
2025 में नए रजिस्ट्रेशन क्यों शुरू किए गए
2025 में इस योजना के लिए नए रजिस्ट्रेशन इसलिए शुरू किए गए हैं क्योंकि पिछली बार बहुत से eligible कारीगर किसी कारण आवेदन नहीं कर पाए थे. सरकार ने डेटा का विश्लेषण करके देखा कि बड़ी संख्या में traditional workers तक योजना की जानकारी सही तरह से नहीं पहुंची. इसलिए नए साल में फिर से अवसर खोला गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा विश्वकर्मा समुदाय के लोग लाभ ले सकें.
इसके अलावा skill training modules को अपडेट किया गया है, नए टूलकिट शामिल किए गए हैं और digital onboarding system को पहले से आसान बना दिया गया है. कई राज्यों में कैंप लगाकर offline registration भी शुरू किए गए हैं ताकि गांव और कस्बों तक जानकारी पहुंच सके.
योजना में मिलने वाले लाभ
PM Vishwakarma Yojana 2025 के तहत विश्वकर्मा श्रमिकों को कई बड़ी सुविधाएँ मिलती हैं. सबसे पहले उन्हें skill upgradation training दी जाती है ताकि वे अपने पारंपरिक काम को आधुनिक तकनीक के साथ बेहतर बना सकें. इसके बाद उन्हें एक आधुनिक toolkit प्रदान की जाती है, जिसमें काम से जुड़ी जरूरी मशीनें और उपकरण शामिल होते हैं.
सरकार इस योजना में financial assistance भी देती है, जिसके तहत कारीगर बिना किसी गारंटी के 1 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं. लोन की ब्याज दर भी सामान्य योजनाओं की तुलना में काफी कम होती है. इसके अलावा सरकार डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए incentive भी देती है.
कारीगरों को certificate दिया जाता है, जिससे उन्हें सरकारी प्रोजेक्ट और workshop में काम पाने का मौका मिलता है. कई बार यह देखा गया है कि skill certificate होने से worker को बाजार में बेहतर कीमत और अधिक ग्राहक मिलते हैं.
रजिस्ट्रेशन कैसे करें
PM Vishwakarma Yojana 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल रखी गई है. आवेदन online और offline दोनों तरीके से किया जा सकता है. ऑनलाइन आवेदन के लिए applicant को PM Vishwakarma portal पर जाकर अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर दर्ज करना होता है. आधार OTP से सत्यापन करने के बाद worker को अपने काम, कौशल और अनुभव से जुड़ी जानकारी भरनी होती है.
यदि applicant के पास smart phone या इंटरनेट नहीं है, तो वह नजदीकी CSC center में जाकर भी आवेदन कर सकता है. वहां पर विश्वकर्मा मित्र नाम का सहायक worker को फॉर्म भरने और दस्तावेज़ अपलोड करने में मदद करता है. दस्तावेजों की जांच पूरी होने के बाद worker को योजना का ID कार्ड मिलता है, जिसके आधार पर आगे training और loan मिलता है.
किन कारीगरों को मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ उन्हीं लोगों को दिया जाता है जो किसी पारंपरिक काम को लंबे समय से कर रहे हों. सरकार ने 18 प्रमुख trades और लगभग 100 से अधिक उप-श्रेणियां शामिल की हैं. इनमें carpenter, blacksmith, goldsmith, potter, barber, mason, washerman, tailor, cobbler, toy maker, sculptor, gardener, fisherman gear maker और handloom weaver जैसे कई कार्य शामिल हैं.
सरकार का उद्देश्य इस समुदाय को तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है ताकि वे अपने हुनर का पूरा उपयोग करके अपनी आय बढ़ा सकें और आने वाली पीढ़ी तक यह कला सुरक्षित रहे.
इस योजना का महत्व
PM Vishwakarma Yojana सिर्फ आर्थिक सहायता देने की योजना नहीं है, बल्कि यह traditional skills को बचाने का एक बड़ा प्रयास है. आज जब मशीनें तेजी से काम कर रही हैं, ऐसे में हाथ से बनने वाली चीज़ों का महत्व कम नहीं हुआ है. लोग आज भी handcrafted products पसंद करते हैं. सरकार चाहती है कि भारतीय पारंपरिक कारीगर global market तक पहुंच सकें.
2025 में रजिस्ट्रेशन फिर से शुरू होने का मतलब है कि सरकार इस योजना को और बड़े स्तर पर लागू करने जा रही है. इसका सीधा फायदा गांव, कस्बों और छोटे शहरों के उन परिवारों को मिलेगा जिनकी रोजी-रोटी पूरी तरह इस काम पर निर्भर होती है.
Disclaimer:
यह जानकारी सरकारी पोर्टल, समाचार अपडेट और इंटरनेट स्रोतों से एकत्र की गई है. यह केवल जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत है.