भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय-समय पर बैंकिंग व्यवस्था को लेकर नये नियम लागू करता है। हाल ही में आरबीआई ने एक नया नियम लागू किया है जिसके तहत कुछ नागरिकों के बैंक खाते स्थायी रूप से बंद हो सकते हैं। यह फैसला बैंकिंग सिस्टम को पारदर्शी बनाने और खाताधारकों की पहचान को मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है। अगर आप भी बैंक में खाता रखते हैं, तो यह जानना बेहद जरूरी है कि किन परिस्थितियों में RBI का नया नियम आपके खाते पर असर डाल सकता है और इससे बचने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।
RBI का नया नियम क्यों लागू किया गया?
RBI new rule का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित और फर्जी खातों से मुक्त बनाना है। लंबे समय से देखा गया है कि कई बैंक खातों का उपयोग गलत लेन-देन, मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा है। साथ ही बहुत से ऐसे खाते भी हैं जिनमें वर्षों से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है। इन निष्क्रिय खातों का दुरुपयोग रोकने और KYC यानी Know Your Customer की प्रक्रिया को और मजबूत बनाने के लिए आरबीआई ने यह नया नियम लागू किया है।

किन नागरिकों के बैंक खाते हो सकते हैं बंद?
आरबीआई के इस नियम के तहत उन ग्राहकों के खाते बंद हो सकते हैं जिन्होंने अब तक अपना KYC अपडेट नहीं कराया है। सभी बैंकों को निर्देश दिया गया है कि यदि किसी ग्राहक ने KYC दस्तावेज समय सीमा के भीतर जमा नहीं किए तो उसका खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा और फिर आगे चलकर स्थायी रूप से बंद भी किया जा सकता है।
इसके अलावा जिन खातों में वर्षों से कोई लेन-देन नहीं हो रहा है, जिन्हें Dormant Accounts कहा जाता है, उन पर भी यह नियम लागू होगा। ऐसे खातों में अगर ग्राहक समय रहते ट्रांजैक्शन शुरू नहीं करता और KYC अपडेट नहीं करता तो खाता बंद कर दिया जाएगा।
KYC अपडेट करना क्यों जरूरी है?
KYC Update करना हर बैंक ग्राहक के लिए अनिवार्य है। KYC के अंतर्गत ग्राहक की पहचान और पते का प्रमाण जमा करना होता है। इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट जैसे दस्तावेज मांगे जाते हैं। बैंक ग्राहक से यह जानकारी लेकर उनकी पहचान सत्यापित करता है ताकि खाते का उपयोग गलत उद्देश्यों के लिए न हो सके।
RBI का यह नियम ग्राहकों की सुरक्षा के लिए भी है। अगर KYC अपडेट नहीं है, तो खाते में होने वाले किसी भी संदेहास्पद ट्रांजैक्शन पर नजर रखना मुश्किल हो जाता है। इसलिए सभी ग्राहकों को समय रहते अपना KYC अपडेट करना चाहिए।
नया नियम लागू होने के बाद प्रक्रिया कैसे होगी?
आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि जिन ग्राहकों का KYC लंबित है, उन्हें पहले SMS, ईमेल और नोटिस के माध्यम से इसकी सूचना दी जाए। अगर ग्राहक समय सीमा के भीतर KYC अपडेट नहीं करता, तो सबसे पहले उसका खाता अस्थायी रूप से फ्रीज कर दिया जाएगा। इस दौरान ग्राहक पैसे निकाल या जमा नहीं कर पाएगा।
यदि इसके बाद भी ग्राहक दस्तावेज जमा नहीं करता, तो बैंक स्थायी रूप से खाता बंद कर देगा। इस प्रक्रिया से पहले बैंक ग्राहक को अंतिम नोटिस भी देगा ताकि उसे एक और मौका मिल सके।
Dormant Account पर क्या असर होगा?
जिन खातों में पिछले दो वर्षों से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है, उन्हें Dormant Account माना जाता है। RBI के नियमों के अनुसार ऐसे खातों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। अगर ग्राहक इसमें कोई गतिविधि नहीं करता और KYC भी अपडेट नहीं करता, तो खाता बंद करने की कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि ग्राहक चाहे तो बैंक में जाकर अपना खाता पुनः सक्रिय कर सकता है। इसके लिए उसे लिखित आवेदन करना होगा और आवश्यक KYC दस्तावेज जमा करने होंगे।
ग्राहकों को क्या करना चाहिए?
अगर आप चाहते हैं कि आपका बैंक खाता बंद न हो, तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपका KYC अपडेट है। बैंक द्वारा मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेज तुरंत जमा करें। अगर आपका खाता लंबे समय से निष्क्रिय है तो उसमें लेन-देन शुरू करें ताकि वह Dormant की श्रेणी में न जाए।
साथ ही अपने मोबाइल नंबर और ईमेल को बैंक में अपडेट रखें ताकि समय-समय पर आने वाली सूचनाएँ आपको मिलती रहें।
Disclaimer
यह जानकारी सरकारी वेबसाइट, समाचार और इंटरनेट स्रोतों से एकत्रित की गई है। इसे केवल जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। किसी भी निर्णय से पहले अपने बैंक या आधिकारिक RBI वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी की जांच जरूर करें।